Wednesday, November 10, 2010

जिंदगी के माईने

जब भी हमने चाहा समझे जिंदगी के माईने
ये हमें हर दम लगी बेवजह बेमाईने

कितनी हसरत से खुदा ने आदमी पैदा किया
आदमी ने आदमी को कर दिया बेमाईने

हर धर्म ने ये कहा , इंसा करे इंसा से प्यार
पर खुदा के बन्दों ने सब कर दियाबेमाईने

रोक दो विज्ञानं की सारी प्रगति है बेफिजूल
पलक झपकते ही मिटे दुनिया, प्रगति बेमाईने

आज इंसा के कदम छूते सदी इकीसवी
आइये हम अब तो समझे जिंदगी के माईने